राष्‍ट्रीय

गांव बेलरखां के 200 किसान पटवारी की लापरवाही से सम्मान निधि लेने से रहे वंचित

सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान):-

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 5 एकड़ तक किसानों के लिए हर वर्ष 6 हजार रूपये देने के लिए किसान सम्मान निधि योजना लागू की है, ताकि किसान के खेत की लागत में कुछ कमी आ सके। किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए 15 फरवरी से 20 फरवरी तक फार्म जमा करवाने के लिए हर गांव में पटवारी और ग्राम सचिव को नियुक्त किया था। वहीं गांव बेलरखां में भी पटवारी जीवन सिंह की ड्यूटी लिस्ट में आये लोगों के फार्म लेने के लिए लगाई थी। पटवारी जीवन सिंह ने शादी के कारण छुट्टी ले ली और फार्म लेने की जिम्मेवारी अन्य गांव के पटवारी सुनील की लगा दी। परन्तु सुनील ने ड्यूटी सही न करते हुए फार्म जमा करवाने की जिम्मेवारी अटल सेवा केन्द्र में कार्य कर रहे एक युवक के सहारे छोड़ दी। यह आरोप गांव बेलरखां वासी प्रदीप धतरवाल, जयपाल, रमेश, नरेश, बलजीत, कुलदीप, बलवान, जुगविन्द्र, सुभाष, अजमेर, जोगेन्द्र, अनिल, बलराज आदि ने लगाये। उनका कहना था था कि किसानों ने 15 फरवरी से फार्म जमा करवाने शुरू कर दिये थे और 19 फरवरी तक जमा करवाये। लेकिन अटल सेवा केन्द्र में कार्यरत युवक ने उन फार्मों को आगे पटवारी तक नहीं पहुंचाया और फार्म पहुंचाये भी तो 21 फरवरी को साढ़े 3 बजे के बाद। जिस कारण किसानों के फार्म जमा नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि जब पटवारी सुनील से फोन पर बात करने का प्रयास किया जाता, तो वो फोन नहीं उठाते थे। उन्होंने कहा कि यह सब पटवारी की लापरवाही के कारण फार्म जमा नहीं हो सके और वे सम्मान निधि की पहली किस्त 2 हजार रूपये लेने से वंचित हो गये। उन्होंने कहा कि गांव बेलरखां में करीब 200 किसानों के फार्म पटवार घर में पड़े हुए हैं, जो केवल खाते में पैसे आने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उनको यह नहीं पता कि फार्म जमा ही नहीं हुए है। उन्होंने कहा कि 28 फरवरी को फार्म जमा करवाने का अंतिम दिन है, जिस कारण सभी किसानों के फार्म जमा नहीं हो सके। इसलिए फार्म जमा करवाने में बरती गई लापरवाह पटवारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कारवाई की जाये।

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गांव बेलरखां में किसानों के फार्म किन कारणों से जमा नहीं हुए है, इसका पता लगाया जायेगा। अगर फार्म जमा करवाने में पटवारी की लापरवाही सामने आती है, तो अनुशासनात्मक कारवाई की जायेगी। किसानों को परेशान नहीं होने दिया जायेगा।
अजय कुमार
तहसीलदार, नरवाना।

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